हेलो स्टूडेंट, हम आपको इस आर्टिकल में हिंदी व्याकरण के महत्वपूर्ण अध्याय सर्वनाम की परिभाषा, भेद और उदाहरण आदि के बारे में बताया गया है |
सर्वनाम किसे कहते हैं – Sarvnaam In Hindi :
संज्ञा के स्थान पर प्रयुक्त होने वाले विकारी शब्दों को सर्वनाम कहते हैं|
जैसे- यह, वह, उसके आदि।
सर्वनाम के भेद- Sarvanam ke Bhed:
- पुरूषवाचक सर्वनाम
- निश्चयवाचक सर्वनाम
- अनिश्चयवाचक सर्वनाम
- सम्बन्धवाचक सर्वनाम
- प्रश्नवाचक सर्वनाम
- निजवाचक सर्वनाम
1. पुरूषवाचक सर्वनाम :–
जो सर्वनाम बोलने वाले, सुनने वाले या किसी अन्य व्यक्ति के लिए आए, उसे पुरूषवाचक सर्वनाम कहते हैं |
इसके तीन भेद हैं :
i. अन्य पुरूषवाचक सर्वनाम :- वह, यह, उसका, कोई आदि ।
ii. मध्यम पुरूषवाचक सर्वनाम :- तुम, आप, तुम्हें आदि।
iii. उत्तम पुरूषवाचक सर्वनाम :- मै, हम, हमारा आदि ।
2. निश्चयवाचक सर्वनाम :–
जिस सर्वनाम से किसी निश्चित वस्तु व्यक्ति की ओर संकेत किया जात है, उसे निश्चयवाचक सर्वनाम कहते हैं|
जैसे – यह, वह, । वह वहाँ खेल रहा है।
3. अनिश्चयवाचक सर्वनाम :–
जिस सर्वनाम से किसी वस्तु या व्यक्ति का निश्चित बोध न हो, उसे अनिश्चयवाचक सर्वनाम कहते हैं |
जैसे: कोई, कुछ।
a) कोई गा रहा है।
b) कमरे में कुछ पड़ा है।
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4. सम्बन्धवाचक सर्वनाम :–
जिन सर्वनामों द्वारा वाक्यों में आपसी सम्बन्ध प्रकट होता है वे सम्बन्धवाचक सर्वनाम कहलाते हैं |
जैसे –
a) जो करेगा से भरेगा।
b) जिसकी लाठी उसकी भैंस ।
इन वाक्यों में जो, सो, जिसकी, उसकी आदि सम्बन्ध को प्रकट करने वाले हैं अतः ये सभी सम्बन्धवाचक सर्वनाम है।
5. प्रश्नवाचक सर्वनाम :-
जिन सर्वनाम शब्दों में कोई प्रश्न किया जाए वे प्रश्नवाचक सर्वनाम कहलाते हैं।
जैसे –
विद्यालय में कौन जा रहा है ?
यह कलम किसकी है ?
इन वाक्यों में ‘कौन’ तथा ‘किसकी’ कहकर ‘व्यक्ति’ तथा ‘कलम’ के बारे में प्रश्न किए गए हैं अतः ये प्रश्नावाचक
सर्वनाम हैं |
6. निजवाचक सर्वनाम :–
जिस सर्वनाम का प्रयोग वाक्य के कर्ता के लिए किया जाता है, वह निजवाचक सर्वनाम कहलाता है
जैसे –
a) वह अपना काम अपने आप करती है।
b) अपने – 2 प्रश्न हल करो।
c) यह अपना ही घर है।
यहां अपना, अपने आप, अपने – अपने आदि शब्द स्वयं कर्ता के लिए प्रयुक्त हुए हैं अतः इन्हे निजवाचक सर्वनाम कहते हैं।
Hindi Grammar Class 6, 7, 8, 9, 10, 11 and 12
FAQs
किसी एक का नाम ना होकर सबका नाम होते हैं। ” मैं “ का प्रयोग सभी व्यक्ति अपने लिए करते हैं। अतः मैं किसी एक का नाम ना होकर सबका नाम है।
हिन्दी व्याकरण के अनुसार सर्वनाम की कुल संख्या 11(ग्यारह) है।
सर्वनाम वैसे शब्द हैं, जो संज्ञा के स्थान पर प्रयुक्त होते हैं। ‘उक्त वाक्यों में ‘वे’ और ‘उनसे’ सर्वनाम हैं। मै, तू, आप, यह, वह, जो, सो, कौन, क्या, कोई और कुछ ये सभी मौलिक सर्वनाम कहलाते हैं। जब इन पर कारक-चिह्नों का प्रभाव पड़ता है, तब ये यौगिक रूप बन जाते हैं।
हिंदी के मूल सर्वनाम 11 हैं- मैं, तू, आप, यह, वह, जो, सो, कौन, क्या, कोई, कुछ। प्रयोग की दृष्टि से सर्वनाम 6 हैं- पुरुषवाचक सर्वनाम, निश्चयवाचक सर्वनाम, अनिश्चयवाचक सर्वनाम, संबंधवाचक सर्वनाम, प्रश्नवाचक सर्वनाम, निजवाचक सर्वनाम।
संज्ञा के भेद- सज्ञा के कुल ६ भेद बताये गये हैं?
हम उम्मीद रखते है कि सर्वनाम की परिभाषा, भेद और उदाहरण आपकी स्टडी में उपयोगी साबित हुए होंगे | अगर आप लोगो को इससे रिलेटेड कोई भी किसी भी प्रकार का डॉउट हो तो कमेंट बॉक्स में कमेंट करके पूंछ सकते है |