Essay On Ganga River In Hindi

Essay On Ganga River In Hindi:गंगा नदी को पवित्रता की निशानी माना जाता है। साल में लाखो लोग इस नदी पर स्नान ,पूजा पाठ तथा भजन कीर्तन करते है। गंगा को भागीरथी, मन्दाकिनी व देवनदी उपनामो से जाना जाता है।

Essay On Ganga River In Hindi

तथा भागीरथी नाम राजा भगीरथ के नाम पर पड़ा। राजा भगीरथ (इक्ष्वाकुवंशीय सम्राट् दिलीप के पुत्र ) ने अपने साठ हजार पुत्रो का उद्धार करने के लिए भगवान् शंकर से लेकर आये थे।   

प्रस्तावना

गंगा नदी के बारे में

इसका उद्गम स्थल उत्तराखंड गढ़वाल क्षेत्र से गंगोत्री गिलेशियर से एक नदी निकलती है जिसका नाम अलकनंदा तथा दूसरी तरफ से उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में संतोपथ गिलेशियर से भागीरथी नाम से एक और नदी निकलती है और यह दोनों आकर आपस में उत्तराखंड के हरिद्वार में मिल जाती है जिसे देवप्रयाग बोला जाता है। वंहा से इसका नाम गंगा पड़ता है। प्रयाग पांच प्रकार के होते हैं

विष्णुप्रयाग, नंदप्रयाग, कर्णप्रयाग, रुद्रप्रयाग, देवप्रयाग

विष्णुप्रयाग- धौली गंगा तथा अलकनंदा के संगम को विष्णुप्रयाग कहते है।

नंदप्रयाग – नंदाकिनी तथा अलकनंदा नदी के संगम को नंदप्रयाग कहते है।

कर्णप्रयाग – अलकनंदा तथा पिंडार नदी के संगम को कर्णप्रयाग कहते है।

रुद्रप्रयाग – मन्दाकिनी तथा अलकनंदा के संगम को रूद्रप्रयाग कहते है।

देवप्रयाग -अलकनंदा तथा भागीरथी के संगम को देवप्रयाग कहते है। इस संगम स्थल के बाद इस नदी को गंगा नदी के नाम से जाना है। गंगा नदी की कई सहायक नदियाँ है। इसके दाहिने तरफ से मिलने वाली सहायक नदी सोमनदी, यमुना व महा नंदा तथा बांये से कोसी, गंडक, करनाली, महाकाली, गोमती व हुगली  है। अंत में यह एक बड़े बेसिन का निर्माण करती है तत्पश्चात बंगाल की खाड़ी में गिर जाती है।

गंगा नदी के किनारे बसे शहर

किसी भी प्राणी को जीवन जीने के लिए मुख्य आधार पानी है। इसलिए प्राचीन काल में लोगों का निवास स्थान नदी के किनारे हुआ करता था और आज भी नदी के किनारे कई सारे नगर बसे हुए हैं। गंगा नदी भारत के पांच राज्यों से होकर गुजरती है उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखण्ड व पश्चिम बंगाल। सरकार के अनुसार 97 नगर की पहचान की गयी है जो इसके किनारे बसे हैं। उत्तराखंड में बसे मुख्य शहर जैसे हरिद्वार, ऋषिकेश, तपोवन, श्री नगर, उत्तरकाशी, जोशीमठ, उत्तारप्रयाग, गौचर, कीर्तिनगर व बद्रीनाथ।

उत्तर प्रदेश में – कानपुर, वाराणसी, इलाहाबाद, मिर्जापुर, फर्रुखाबाद, मुगलसराय, बलिया, बिजनौर, कन्नौज, गंगाघाट, राम नगर, चुनार,   हस्तिनापुर, व बिठूर।

बिहार में – पटना, भागलपुर, मुंगेर, छपरा, दानापुर, हाजीपुर, बक्सर, जमालपुर, बेगूसराय, मोकामा, सुल्तानगंज, बख्तियारपुर,बड़हिया प्रखण्ड , सोनपुर, कहलगांव व बरौनी।

झारखंड में – साहेबगंज व राजमहल।

पश्चिम बंगाल में – बैद्याबती, बंसबेरिया, बारानगर, बरहामपुर, भद्रेश्वर, भतपारा, बज बज, चकदाह, चांपदनी, धूलिया, गरुलिया, हल्दिया,          

हालीसहर, हुगली चिनसराह, हावड़ा एमसी, जंगीपुर, जियागंज-अजीमगंज, कल्याणी, कमरहती, कांचरापाड़ा, कोलकाता एमसी, कृष्णनगर, मुर्शिदाबाद, नैहाटी, उत्तरी बैरकपुर, पानीहती, रिसरा, शांतिपुर, श्रीरामपुर, टीटागढ़ व उत्‍तरपाराकोतरूंग यह बसे प्रमुख नगर है।

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गंगा नदी का महत्व

हिन्दू धर्म में गंगा को माँ की तरह से पूजा जाता है तथा इसके जल को उपचारक गुणों के लिए जाना जाता है। इसके आस पास  की जमीने अत्याधिक उपजाऊ है, जो कई प्रकार की फसलों को उगाने में मददगार साबित होते है। किसान इसके पानी को कृषि हेतु उपयुक्त मात्रा में प्रयोग करते है। इससे उत्पन्न बिजली लोग प्रयोग करते हैं। 

भारत में नदी को लेकर चिंता

जैसे-जैसे हम विकास की और अग्रसर हो रहे है। हमारे देश में कई प्रकार की फैक्ट्री ,कार्यालय व नया नया निर्माण हो रहा है जिसका कचरा नदियों में जाता है, जिससे नदियाँ दिनों दिन दूषित होती जा रही है। उत्तराखंड से निकलने के बाद उत्तर प्रदेश में आने पर इलाहाबाद, व कानपुर में अत्याधिक कूड़ा इस नदी में देखा जाता है। सरकार को इस पर ठोस कदम उठाना चाहिए।

गंगा नदी की सहायक नदियाँ Tributaries of river Ganges

गंगा नदी भारत की सबसे बड़ी नदी है, जिसकी कुल लंबाई 2525 किलोमीटर है। गंगा नदी भारत के उत्तराखंड राज्य से निकलती है,

तथा बांग्लादेश से होती हुई बंगाल की खाड़ी में गिर जाती है। इस मध्य गंगा नदी 2525 किलोमीटर की दूरी तय करती है।

जिसके बीच में कई छोटी-बड़ी नदियाँ गंगा नदी में आकर मिल जाती हैं। जिन्हें गंगा नदी की सहायक नदियाँ (Tributaries) कहते हैं।

गंगा नदी की सबसे बड़ी सहायक नदी यमुना नदी है, जो यमुनोत्री ग्लेशियर से निकलती है, और 1310 किलोमीटर की दूरी तय करके इलाहाबाद में

गंगा से मिल जाती है। गंगा नदी की अन्य सहायक नदियों में सोन, टोंस, गोमती, घघर, गंडक, कोसी, हुगली, महानदी आदि है।

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गंगा नदी का अपवाह तंत्र Gangetic river drainage system

गंगा नदी उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिला में स्थित गंगोत्री ग्लेशियर से भागीरथी के नाम से निकलती है। भागीरथी नदी में एक स्थान पर एक और

नदी भिलंगना आकर मिलती है, और उस स्थान का नाम गोविंद प्रयाग हो जाता है। जहाँ पर टिहरी बांध (Tehri Dam) का निर्माण किया गया है।

अब भागीरथी नदी आगे बढ़ती है, और उत्तराखंड में ही एक स्थान पर आकर अलकनंदा नदी से मिल जाती है। जहाँ पर इन दोनों नदियों के मिलन बिंदु को देवप्रयाग (Devprayag) कहा जाता है।

और फिर नदी का नाम गंगा नदी हो जाता है। अब गंगा नदी उत्तराखंड में हरिद्वार और ऋषिकेश से आगे बढ़ती है. तथा मैदानी क्षेत्र में प्रवेश करने के साथ उत्तर प्रदेश में प्रवेश कर जाती है,

और कानपुर से होते हुए इलाहाबाद में प्रवेश करती है। जहाँ पर यमुना नदी आकर गंगा नदी में मिल जाती है। गंगा नदी वाराणसी में प्रवेश करती है,

जहाँ पर इसमें गोमती नदी मिल जाती है। इसके बाद गंगा नदी बिहार में प्रवेश करती है, और पटना से आगे बढ़ती है, और गंगा नदी में सहायक नदियाँ जैसे- गंडक, घग्गर और कोसी मिल जाती है।

इसके बाद गंगा नदी आगे बढ़ती है, और झारखंड से होते हुए पश्चिम बंगाल में प्रवेश करती है। जहाँ पर गंगा नदी में फरक्का नामक स्थान पर हुगली नदी मिल जाती है।

वहाँ फरक्का बैराज बना हुआ है। आगे बढ़कर गंगा नदी दो धाराओं में विभक्त हो जाती है। एक धारा का नाम पदमा होता है,

जो बांग्लादेश में बंगाल की खाड़ी में मिल जाती है। जबकि दूसरी धारा का नाम मेघना होता है, जो ब्रह्मपुत्र नदी से मिल जाती है।

गंगा नदी के किनारे बसे शहर the city is situated on the banks of river Ganges

गंगा नदी के किनारे कई शहर बसे हुए हैं, जिन्हें पवित्र शहरों के नाम से जाना जाता है। गंगा नदी 5 राज्यों से होकर गुजरती है।

और इन 5 राज्यों के लगभग 100 से अधिक शहर गंगा नदी के किनारे बसे हो गए हैं, उत्तर प्रदेश के शहरों में

कानपुर, वाराणसी, इलाहाबाद, कन्नौज रामनगर, हस्तिनापुर, इलाहाबाद के साथ ही अन्य कई शहर गंगा नदी के तट पर बसे हुए हैं।

जबकि उत्तराखंड राज्य में हरिद्वार,  ऋषिकेश, तपोवन,  रुद्रप्रयाग कर्णप्रयाग, देवप्रयाग, बद्रीनाथ, गंगोत्री आदि शहर गंगा नदी के तट पर बसे हुए हैं।

बिहार राज्य में पटना, छपरा, दानापुर,  बक्सर, बरौनी के साथ अन्य कई शहर गंगा नदी के तट पर बसे हुए शहर हैं।

जबकि झारखंड राज्य के 2 शहर साहिबगंज और राजमहल गंगा नदी के किनारे बसे शहर है।

वहीं पश्चिम बंगाल में श्रीरामपुर, टीटागढ़,  उत्तरी बैरकपुर,  कृष्णानगर, कोलकाता एमसी, कल्याणी हल्दिया आदि कई प्रमुख शहर है,

जो गंगा नदी के किनारे बसे हुए शहर हैं, और गंगा नदी की पवित्रता से पवित्र है। इनमें से कई शहर योगी संतों और महात्माओं की तपोभूमि भी है।

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credit:FEA- Freedom English Academy

उपसंहार –

गंगा नदी भारत की सबसे बड़ी और एक महान पौराणिक नदी है। जिसे स्वयं महादेव ने अपने सिर पर धारण किया था। गंगा नदी गंगा माता के रूप में अपने पुत्रों को पाप मुक्त और कष्टों से हमेशा मुक्त करती है।

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