Essay On Elephant In Hindi

Essay On Elephant In Hindi:हाथी पृथ्वी पर मौजूद सबसे विशाल जानवरों में से एक है। इसे धरती का सबसे ताकतवर जानवर भी माना जाता है। आमतौर पर, यह एक जंगली जानवर है हालांकि  यह उचित प्रशिक्षण के बाद चिड़िया घर में या मनुष्यों के साथ घर में  एक पालतू जानवर के रुप में भी रह सकता है।

हाथी सदैव से ही मानवता के लिए एक बहुत ही उपयोगी जानवर रहा है। इसका रंग आमतौर पर ग्रे (स्लेटी) रंग का होता है। इसकी चारों पैर विशाल स्तम्भ की तरह लगते हैं और दो बड़े कान पंखों की तरह लगते हैं। इसकी आँखें शरीर की तुलना में बहुत ही छोटी होती है। यह एक लम्बी सूंड़ और एक छोटी पूँछ रखता है।

Essay On Elephant In Hindi

यह अपनी सूंड़ के माध्यम से बहुत छोटी से छोटी सूई जैसी वस्तु और भारी से भारी पेड़ों या वजन को उठा सकता है। यह सूंड़ के दोनों तरफ एक-एक लम्बे सफेद दाँत रखता है।

प्रस्तावना

खान-पान

हाथी जंगलों में रहते हैं और आमतौर पर छोटी टहनियों, पत्तियों, भूसा, और जंगली फल खाते हैं हालांकि पालतू हाथी रोटी, केले, गन्ने आदि भी खाते हैं। यह एक शाकाहारी जंगली जीव है। आजकल ये लोगों के द्वारा भारी सामान को उठाने, सर्कस में  वजन उठाने, आदि के जैसे कार्य भी करते हैं।

प्राचीन समय में ये राजा, महाराजाओं द्वारा युद्धों और लड़ाईयों में प्रयोग किए जाते थे। हाथी काफी लंबे समय तक जीवित रहने वाली जीव है, इसकी आयु लगभग 100 वर्षों से भी अधिक होती है। यहाँ तक कि, यह मृत्यु के बाद भी काफी अधिक उपयोगी होता है, क्योंकि इसके मरणोपरांत इसके दांत कई तरह की दवाईयां और सजावटी वस्तु बनाने के काम में आते है।

हाथियों के प्रकार

आमतौर पर, पृथ्वी पर दो तरह के हाथी पाए जाते हैं; अफ्रीकी (इसका वैज्ञानिक नाम लोक्सोडान्टा अफ्रीकाना है) और एशियन (इसका वैज्ञानिक नाम एल्फास़ मैक्सिम्स है)। इसके बड़े लटकते हुए कान पंखे और पैर स्तंभ की तरह लगते हैं।

इसकी मुंह से जुड़ी हुई लम्बी सूंड़ होती है, जिसके दोनों ओर दो लम्बे सफेद दाँत होते हैं। हाथी की सूंड़ बहुत ही लचकदार और मजबूत होती है और बहु-उद्देश्य अंग के रुप में जानी जाती है। यह हाथी द्वारा खाना खाने, सांस लेने, नहाने, भावनाओं को व्यक्त करने, लड़ने आदि के लिए प्रयोग की जाती है।

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अफ्रीकी हाथी आकार में एशियन हाथियों से थोड़े से बड़े और गहरे स्लेटी रंग के होते हैं। इसके दो कान होते हैं, जो आकार मे

पंखे की तरह दिखाई देते हैं। हाथी आमतौर पर, भारत, अफ्रीका, श्रीलंका, बर्मा, और थाइलैंड में पाए जाते हैं। ये आमतौर पर, झुंड में रहना पसंद करते हैं और पानी के बहुत शौकीन होते हैं। ये तैरना अच्छी तरह से जानते हैं। एक शाकाहारी पशु होने के कारण, ये अपने भोजन की आवश्यकता को पूरा करने के लिए जंगलों में पेड़-पौधों पर निर्भर करते हैं। वनों की कटाई होने से जंगलों में भोजन की कमी के कारण, ये गाँवों या आवासीय इलाकों का रुख करते हैं। हाथी एक बुद्धिमान पशु के रुप में जाना जाता है और इसके साथ ही यह मनुष्य को भी बहुत अधिक लाभ प्रदान करता है।

हाथी एक बुद्धिमान पशु

हाथी बुद्धिमान पशु है और सीखने की अच्छी क्षमता रखता है। इसे आवश्यकता के अनुसार सर्कस के लिए आसानी से प्रशिक्षित किया जा सकता है। यह लकड़ियों के भारी वजन को बहुत ही आसानी से एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जा सकता है। हाथी सर्कस और अन्य स्थानों पर बच्चों के सबसे पसंदीदा जानवरों में से एक है।

एक प्रशिक्षित हाथी बहुत से कार्य कर सकता है  जैसे सर्कस में रुचिकर गतिविधियों का प्रदर्शन करना, कर्तब करना आदि। हालांकि कभी-कभी हाथी गुस्सैल भी होता है, जो मनुष्यों के लिए बहुत ही खतरनाक हो सकता है, क्योंकि यह गुस्से में चीजो को तहस-नहस करने के साथ ही लोगों की जान भी ले सकता है। यह बहुत ही लाभदायक जीव है, क्योंकि इसकी मृत्यु के बाद इसके दाँतों, खाल (त्वचा), हड्डियों आदि के प्रयोग से महँगी कलात्मक वस्तुएं तथा दवाईयां बनाई जा सकती है।

हाथी का महत्व Importance of Elephants in Hindi

हाथी मानव जाति के लिए एक अत्यंत उपयोगी प्राणी है। वह अपने पूरे जीवन काल में मनुष्य के लिए बहुत से कार्य करता है और मरणो उपरांत भी अपने दांत व चमड़े से मानव की मदद ही करता है।

प्राचीन काल से लेकर आज तक लोग हाथी की मदद से भारी भरकम सामान को एक जगह से दूसरी जगह ले जाने के लिए उपयोग में लेते हैं। ऊंची पहाड़ियों और ढलान वाली जगहों पर से सामान लाने और ले जाने के लिए हाथी बहुत मददगार होता है।

हिंदू धर्म में हाथियों को लेकर कई प्राचीन मान्यताएं चली आ रही है। जैसे की महादेव शंकर के क्रोध ने उनके पुत्र गणेश का मस्तक काट दिया था और माता पार्वती के विलाप के बाद एक हाथी के सर को गणेश जी के मस्तक के स्थान पर लगाकर प्राण फूंका गया था। 

भारत में कई त्योहारों पर हाथियों को विशेष प्रकार के आभूषण और विभिन्न रंगों से सजाया जाता है जिसे देखने लोग देश विदेश से आया करते हैं।

अनोखे ढंग से  सजाए गए  इन हाथियों को देखने के लिए विदेशी पर्यटक जब भारत में आते हैं तो इससे देश की अर्थव्यवस्था को भी मदद मिलता है

पूरी दुनिया में गेंडे और हाथी ही ऐसे जानवर हैं जिसके दांत, हड्डियां, खाल इत्यादि बहुत महंगे बिकते हैं।  हाथी के दांत और हड्डियों से कई प्रकार की दवाइयां और महंगे सजावट के सामान बनाए जाते हैं।

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हाथी की विशेषताएँ Elephant Facts in Hindi

बहुत ही कम जानवर हैं जिन्हें मनुष्य अपने साथ एक परिवार की तरह रखता है इसलिए हाथी के एक नहीं बल्कि कई विशेषताएं होते हैं।

हाथी स्वामी भक्त होते हैं तथा स्वभाव से बेहद शांत होते हैं लेकिन यदि उन्हें नुकसान पहुंचाया जाए तो वह बहुत आक्रामक रूप ले लेते हैं।

एक बार यदि किसी हाथी को क्रोध आ जाए तो वह आसानी से शांत नहीं होता और अपने आसपास के सभी चीजों को बहुत नुकसान पहुंचाता है। कभी-कभी तो ये जानवर इंसानों पर भी हमला कर देता है जिससे कई लोगों की जान भी चली जाती है।

पहले के समय में राजा महाराजाओं की सवारी के लिए पालतू हाथीयों का प्रयोग किया जाता था इसीलिए इसे

 शाही पशु भी कहा जाता है। किस राजा के पास कितने हाथी-घोड़े हैं इसके आधार पर भी राजाओं की शक्ति का आकलन कर लिया जाता था।

कुछ वर्षों पहले तह युद्ध लड़ने के लिए हाथियों का प्रयोग किया जाता था। मात्र यही नहीं उनके समूह में ऐसे हाथी-घोड़े होते थे जिन्हें ख़ास किस्म की युद्ध कला सिखाकर युद्ध में भी भेजा जाता था।

आज के समय में भी हाथी को सवारी बनाकर जंगली जानवरों का शिकार किया जाता है। हाथी इतना ताकतवर होता है कि जंगल का राजा शेर भी इससे उलझने से बचता है।

अत्यंत मोटी चमड़ी होने के कारण इन्हें गर्मी भी बहुत लगती है इसलिए इनका निवासस्थान नदियों और तालाबों के नजदीक होता है। हाथी एक शाकाहारी प्राणी है। यह आहार में सामान्यतः फल फूल, पत्ते, टहनियां,  भूसा आदि खाना पसंद करता है।

भारत के दक्षिणी राज्य तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश इत्यादि में हाथी अधिक संख्या में पाले जाते हैं।

 हाथी पर 10 लाइन Few lines on Elephants in Hindi

 हाथी भूमि पर रहने वाला सबसे विशालकाय प्राणी है।

 हाथी के पैर किसी मजबूत स्तंभ की तरह उसके पूरे शरीर को सहारा देते हैं।

यह विशालकाय जानवर अपनी सूंड दूसरे प्राणियों को चेतावनी देने के लिए अथवा मित्र या शत्रु को सुनने के लिए उठाता है।

हाथी के मुंह के अंदर भी छोटें दांत होते है  जिनके मदद से हाथी अपना खाना खाता है।

हाथी मुख्य रूप से भारत, श्रीलंक, अफ्रीका, थाईलैंड इत्यादि देशों में मिलते हैं।

हाथियों को दो मुख्य भागों में बाटा जाता है-  अफ्रीकी हाथी तथा एशियाई हाथी।

हाथी की कुल प्रजातियों में से सबसे दुर्लभ प्रजाति सफेद हाथी को माना जाता है। सफेद हाथी मुख्य रूप से थाईलैंड में पाया जाता है।

हाथी एक शाकाहारी प्राणी है जो आहार में सामान्यतः  फल फूल, पत्ते, टहनियां, भूसा, आदि खाना पसंद करता है।

पूरी दुनिया में हाथी ही एक ऐसा जानवर है जिसके दांत, हड्डियां, खाल इत्यादि बहुत महंगे बिकते हैं।  हाथी के दांत और हड्डियों से कई प्रकार की दवाइयां और महंगे सजावट के सामान बनाए जाते हैं।

हाथियों को राजा महाराजाओं की सवारी की तरह प्रयोग किया जाता था इसीलिए हाथी को शाही पशु भी कहा जाता है।

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credit:Silent Course

उपसंहार

इस लेख में आपने हाथी पर निबंध (Essay on Elephant in Hindi) पढ़ा। आशा है यह लेख आपके लिए सहायक सिद्ध हुआ हो। अगर यह लेख आपको पसंद आया हो तो इसे शेयर जरुर करें।

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