Essay On Earth In Hindi

Essay On Earth In Hindi:पूरे भूमंडल पर अगर किसी ग्रह पर जीवन संभव है तो वह है पृथ्वी, जिस पर हम रहते हैं। पृथ्वी बहुत ही बड़ा और सुंदर ग्रह है। यहां पर हमें हर प्रकार के तत्व देखने को मिलते हैं, जो कि हमारी जरूरतों को पूरा करते हैं।

essay on earth in hindi

अग्नि, वायु, जल, वृक्ष, पेड़ पौधे, कीमती पत्थर, खनिज पदार्थ और भी बहुत सी वस्तु है, जो कि हमें पृथ्वी और प्राकृतिक संसाधनों के द्वारा ही पर्याप्त होती हैं।

प्रस्तावना

देखा जाए तो पृथ्वी का आकार थोड़े सा चपटा और अर्ध गोले के आकार का प्रतीत होता हैEssay On Earth In Hindi। थोड़ी सी अंडाकार के रूप में भी प्रतीत होता है अर्थात पृथ्वी का निश्चित कोई भी आकार नहीं है। महान वैज्ञानिक न्यूटन के अनुसार यह बताया गया था, कि पृथ्वी का आकार थोड़ा सा चपटा है। जिसकी वजह से उसमें गुरुत्वाकर्षण बल हो सकता है और यह भी बताया गया था कि पृथ्वी एक घूमने वाला ग्रह है, जो की परिक्रमा भी दे सकता है।

पृथ्वी के सौंदर्य के रूप

हमारी पृथ्वी बहुत ही सुंदर दिखाई पड़ती है। जिसको देखते ही हमारा मन प्रसन्न हो जाता है, और हमें बहुत ही अच्छा अच्छा लगने लगता है, क्योंकि जिस धरती पर हम रहते हैं। वहां पर अगर हम कोई भी ऐसी वस्तु देखते हैं, जो हमारे मन को मोह लेती है, तो हम उसे देख कर खुश हो जाते हैं, तो यह कुछ ऐसे ही आपको पृथ्वी के सौंदर्य के रूप के बारे में बताते हैं।

1. सूरज की चमकदार लालिमा

हम रोज सुबह उठते हैं, तो हमें सूरज की लालिमा देखने को मिलती है। लालीमां का अर्थ होता है, सूर्य जब निकलता है, तब वह लाल और पीले रंग का होता है, जिसको लालिमा कहा जाता है, जो कि बहुत ही सुंदर प्रतीत होता है। इसकी वजह से ही धरती इतनी सुंदर प्रतीत होती है। जब सूरज निकलता है, तो वह अपनी चमक से चारों ओर उजाला कर देता है, और धरती को और भी सुंदर बना देता है।

.विशाल पर्वत

हमारी पृथ्वी पर बहुत ही सुंदर और बड़े विशाल पर्वत देखने को मिलेंगे, जिसकी सुंदरता देखते ही बनती है। जिसने हमारी पृथ्वी की सुंदरता में चार चांद लगा दिए हैं। हिमालय की चोटियां जो की सबसे ऊंची बताई जाती हैं। अगर उन्हें कोई देखता है, तो प्रतीत होता है मानो आसमान में किसी ने हरी चादर ओढ़ रखी हो। जो की बहुत ही सुंदर दिखाई देती है। प्राचीन समय से ही देवी देवताओं का वास बताया जाता है, पर्वतों में जिसकी वजह से कई पर्वतों को पूजा भी जाता है, और यह हमारी प्रकृति की सबसे अच्छी देन है। जिसका उपयोग मानव को मिला है, इसीलिए हमें पृथ्वी की ओर पर्वत की रक्षा करनी चाहिए और मान सम्मान करना चाहिए।

3.आकर्षक झरने

जब भी हम कहीं घूमने जाते हैं, तो हमें वहां पर बड़े-बड़े पर्वत पहाड़ दिखाई देते हैंEssay On Earth In Hindi। जिस पर से बहुत ही सुंदर झरने बहते हैं, वह बहुत ही आकर्षक प्रतीत होते हैं उन झरनों की आवाज में इतनी खनक होती है, कि वह किसी का भी मन मोह लेती हैं।

हमारी पृथ्वी पर और भी कई ऐसी चीजें हैं, जिसकी वजह से पृथ्वी बहुत ही खूबसूरत प्रतीत होती है, जैसे की नदियां, सागर, खूबसूरत हरियाली और अन्य कई खूबसूरत चीजें हैं। जिनकी वजह से यह पृथ्वी सुंदर बनती है। पेड़ पौधे भी हमारे जीवन का सबसे बड़ा हिस्सा बनते हैं, क्योंकि पेड़ पौधों के द्वारा हमें ऑक्सीजन प्राप्त होता है। पेड़ पौधों की वजह से ही वर्षा होती है, जिसकी वजह से हमें पीने का पानी मिलता है, और पानी के बिना हमारा जीवन संभव नहीं है। बारिश की वजह से हमें अच्छी फसल और अनाज मिलता है जिसकी वजह से हम पेट भर सकते हैं।

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पृथ्वी के बारे में रोचक तथ्य

पृथ्वी सौरमंडल का वह हिस्सा है, जो सूर्य की परिक्रमा करता है।

सौरमंडल में एक मात्र ऐसा ग्रह है, जिस पर जीवन संभव है वह पृथ्वी ही है।

ऐसा बताया जाता है, कि पृथ्वी का निर्माण लगभग 4 अरब साल पहले हुआ था और पृथ्वी को प्रणाली का पांचवा सबसे बड़ा ग्रह बताया जाता है।

पृथ्वी एक तिहाई हिस्से में पूरी जल से रखी हुई है, इसीलिए पृथ्वी को ब्लू प्लेनेट कहा जाता है।

वास्तव में यह ज्ञात नहीं हो पाया है कि पृथ्वी का आकार किस प्रकार का हैEssay On Earth In Hindi। किसी के मुताबिक एयर गोलाकार है, तो किसी के मुताबिक यह चपटी है और किसी के मुताबिक यह नारंगी की तरह गोल है, इसीलिए यह निश्चित नहीं है कि पृथ्वी का आकार कौन सा है।

पृथ्वी पर सबसे अधिक मनुष्यों की जनसंख्या पाई जाती है, हालांकि यहां पर लाखों प्रजातियां निवास करती हैं।

हमें कई प्रकार के प्राकृतिक संसाधन उपलब्ध होते हैं, जो कि हमारी रोजमर्रा की जिंदगी के लिए बहुत ही जरूरी है।

पृथ्वी पर कुछ संसाधन सीमित है जिनका प्रयोग मानव के द्वारा किया जा रहा है, परंतु आप यह संसाधन और भी कम हो गए हैं क्योंकि पृथ्वी पर प्रदूषण बढ़ता ही जा रहा है।

पृथ्वी एक मात्र ऐसा ग्रह है, जिसे सुरक्षित रखने के लिए मानव को निरंतर प्रयत्न करना चाहिए क्योंकि बढ़ते संसाधनों के चलते पृथ्वी पर जोखिम बढ़ता ही जा रहा है।

पृथ्वी संरक्षण

इससे छोटे बड़े सभी द्वीपसमूहों एवं महाद्वीपों के तटीय क्षेत्रो के डूब जाने का खतरा बढ़ गया हैं इसे ग्रीन हाउस प्रभाव कहते हैं. यही स्थति रही तो मुंबई जैसे महानगर प्रलय की गोद में समा सकते हैं.

पृथ्वी पर बढ़ते तापमान के कारण विश्व सभ्यता को अमृत एवं पोषक जल प्रदान करने वाले ग्लेशियर या तो लुप्त हो गये हैं या लुप्त होने की कगार पर हैं.

अमृतवाहिनी गंगा अपने उद्गम गंगोत्री के मूल स्थान से कई किलोमीटर पीछे खीचक चुकी है. प्राकृतिक आपदाओं में बढ़ोतरी के कारण लाखों लोग शरणार्थी बन चुके हैं.

विशेष कर अपने भारत में ही बाधों, कारखानों, हाइड्रो पॉवर स्टेशनों के बनने के कारण लाखों वनवासी भाई-बहन बेघर होकर शरणार्थी बने हैं.

पर्यावरण के प्रति गहरी आस्था सवेदनशीलता प्राचीन काल से मिलती हैं. अथर्ववेद में लिखा हैं-‘माता भूमि: पुत्रों प्रथ्विया: अर्थात भूमि माता है, हम पृथ्वी के पुत्र हैं. एक जगह पर यह भी विनय किया गया हैं कि ‘हे पवित्र करने वाली भूमि! हम कोई ऐसा काज ना करे जिससे तेरे ह्रदय को आघात पहुचे.

यहाँ ह्रदय को आघात पहुचाने का अर्थ हैंEssay On Earth In Hindi पृथ्वी के पारिस्थितिकी तंत्रों अर्थात पर्यावरण के साथ क्रूर छेड़छाड़ करना. हमे प्राकृतिक संसाधनो के अप्राकृतिक एवं बेतहाशा दोहन से बचना होगा.

आज की आवश्यकता इस बात की हैं कि विश्व के तमाम राष्ट्र जलवायु परिवर्तन के गंभीर खतरे को लेकर आपसी मतभेद भुला दे और अपनी-अपनी जिम्मेदारी इमानदारीपूर्वक निभाए,

ताकि समय रहते हुए सर्वनाश से उबरा जा सके. विश्वविनाश से निपटने के लिए सामूहिक एवं व्यक्तिगत प्रयासों की जरुरत हैं, प्रकृति बचाओ अभियान में कई आन्दोलन चल रहे हैं.

अरण्य रोदन के बदले अरण्य सरक्षण की बात हो रही हैं. सचमुच हमे आत्मरक्षा के लिए पृथ्वी को बचाना होगा. भूमि माता हैं और हम उसकी सन्तान इस कथन को चरितार्थ करना होगा.

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पृथ्वी को बचाने उपाय

आम जन को बढ़ रहे प्रदूषण और ग्लोबल वार्मिग की समस्याओ से अवगत करवाए.

सभी देश आपसी भेदभाव को भूलकर पृथ्वी बचाने की दिशा में सार्थक कदम उठाएं.

पृथ्वी और पर्यावरण बचाने बाबत आयोजित कार्यक्रमों को विश्व के सभी देशो में आयोजन किया जाए.

वृक्षों की कटाई पर पूर्ण रोकथाम लगाकर, पोधरोपण को बढ़ावा देने के प्रयत्न किये जाने चाहिए.

प्राकृतिक संसाधनो के अंधाधुंध उपयोग पर सीमाए लगाना जरुरी हैं.

3R यानि पुन: निर्माण, फिर उपयोग और उससे अपशिष्ट के भी उपयोग की व्यवस्था अपनाई जाएं.

अधिक वायु प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों और कलकारखानो पर पूर्णत रोक.

कम प्रदूषण फैलाने और कम ईंधन के उपयोगी वाहनों को बढ़ावा दिया जाए.

सेव अर्थ (पृथ्वी बचाओं) की दिशा में उत्कृष्ट कार्य करने वालों को सम्मान दिया जाए.

विद्यार्थियों के पाठ्यक्रम में पृथ्वी के बारे जागरूकता फैलाने के निबंध पाठ्यक्रम में स्थान मिले.

कोयले से बिजली उत्पादन की बजाय सौर उर्जा को बढ़ावा दिया जाए.

हमारी पृथ्वी को बचाने के लिए प्रत्येक विद्यार्थी, नौजवान, महिला,स्थानीय सरकार, केंद्र सरकार, विभिन्न देशो के संगठन और गैर सरकारी संस्थाओ के सयुक्त प्रयासों से बढती प्रदूषण और ग्लोबल वार्मिंग की समस्या का हल किया जा सकता हैं.

आज से हमे सभी को यह प्रण लेना चाहिए, कि हम कोई ऐसा कृत्य नही करेगे जिससे हमारी पृथ्वी और पर्यावरण को नुकसान पहुचे या उनके लिए नुकसान देह हो.

सूर्य से दूरी के अनुसार तीसरा और आकार के अनुसार पृथ्वी सौर परिवार का पांचवां सबसे बड़ा ग्रह है. यह अन्य ग्रहों की तरह सम्पूर्ण प्रकाश एवं ऊष्मा सूर्य से प्राप्त करती है.

शुक्र को पृथ्वी का जुड़वाँ ग्रह (Twin planet of Earth) माना जाता है. क्योंकि उसका आकार एवं आकृति लगभग पृथ्वी के समान ही है. पृथ्वी की उपग्रहों से ली गई तस्वीरों में यह गोलाकार दिखाई देती है.

पृथ्वी के मापन से यह पता चलता है कि यह दोनों ध्रुवों पर दबी हुई है तथा विषुवत वृत पर कुछ उभरी है. Essay On Earth In Hindiसौरमंडल में पृथ्वी ही एक अनोखा ग्रह है जिस पर जीवन है.

पृथ्वी पर जीवन होने के कारण ही इसे जीवंत ग्रह कहा जाता है. सूर्य के निकटवर्ती ग्रह अधिक गर्म है और दूर स्थित ग्रह अत्यधिक ठंडे है.

इसलिए यहाँ जीवन संभव नही है. पृथ्वी का औसत तापमान 15 डिग्री सेंटीग्रेड है जो जीवन के लिए आदर्श है. यह तापमान वायुमंडल के कारण बना हुआ है. यहाँ पर्यावरण के तीन प्रमुख घटक या परिमंडल आपस में मिलते है और एक दूसरे को प्रभावित करते है.

पृथ्वी की ऊपरी ठोस परत जिस पर हम रहते है, उसे स्थलमंडल या भूमंडल कहते है. स्थलमंडल पर मिट्टी पाई जाती है, जिसमें किसी न किसी रूप में जीवों को भोजन प्राप्त होता है.

स्थलमंडल से ही विभिन्न प्रकार के खनिज मिलते है. जो जीवन निर्वाह के लिए महत्वपूर्ण है.  पृथ्वी के चारों ओर गैसों का आवरण है, उसे वायुमंडल कहा जाता है.

नाइट्रोजन, ऑक्सीजन, आर्गन, कार्बनडाई ऑक्साइड आदि वायुमंडल में पाई जाने वाली प्रमुख गैसें हैEssay On Earth In Hindi. ऑक्सीजन एक जीवनदायिनी गैस है. जिसे सभी श्वसन क्रिया में काम में लेते है,

जल जो जीवन के लिए सबसे आवश्यक तत्व है, पृथ्वी के लगभग 71 प्रतिशत भाग पर है, इसे ही जलमंडल कहा जाता है.

पृथ्वी को जलग्रह या नीला ग्रह भी कहा जाता है. पृथ्वी पर जल महासागरों, सागरों, झीलों, नदियों आदि में पाया जाता है. महासागरों में खारा जल होता है.

पृथ्वी की सतह के अधिकांश भागों पर किसी न किसी प्रकार का जीवन पाया जाता हैEssay On Earth In Hindi. वायुमंडल, जलमंडल एवं स्थलमंडल तीनों सौर परिवार में केवल पृथ्वी पर ही पाए जाते है.Essay On Earth In Hindi इन तीनों मंडलों के मिलने के कारण पृथ्वी के चौथें परिमंडल के रूप में जैवमंडल की उत्पत्ति हुई, जहाँ जीव जन्तुओं का अस्तित्व पाया जाता है.

जैव मंडल में ही जीव जन्तु, पेड़-पौधें और मनुष्य रहते हैEssay On Earth In Hindi. अब तक ब्रह्माण्ड की ज्ञात जानकारी के अनुसार केवल पृथ्वी पर ही जीवन संभव है.

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credit:Silent Writer

उप-संहार

पृथ्वी एक ग्रह जिस पर जीवन संभव है, जो की बहुत ही सुंदर है। इसीलिए हमें चाहिए कि हम पृथ्वी को सुरक्षित रखें और इसकी देखभाल करते रहे अपनी इतनी सुंदर पृथ्वी को और सुंदर बनाएं ना कि इस को नष्ट करें।

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