November 2019

चुंबक किसे कहते हैं | प्रकार | विशेषताएँ

चुंबक किसे कहते हैं – chumbak kise kahate hain चुंबक एक ऐसा पदार्थ है जो कि लोहा और चुंबकीय पदार्थों को अपनी ओर आकर्षित करता है वह चुंबक कहलाता है | चुंबक के प्रकार चुंबक का इस्तेमाल कई वस्तुओं में और कई जगह पर किया जाता है इसीलिए चुंबक अलग-अलग प्रकार से बनाए जाते हैं. […]

चुंबक किसे कहते हैं | प्रकार | विशेषताएँ Read More »

चुंबकीय बल परिभाषा | मात्रक | सूत्र

चुंबकीय बल किसे कहते हैं – chumbakiya bal kise kahate hain “किसी एक चुंबक (Magnet) के द्वारा दूसरे चुंबक पर या चुंबकीय पदार्थ (Magnetic Material) पर लगाया गया आकर्षण या प्रतिकर्षण बल (Attractive or Repulsive Force) , चुंबकीय बल (Magnetic Force)कहलाता है |” एक धारावाही चालक (एक तार) एक बल अनुभव करता है जब इसे एक चुम्बकीय

चुंबकीय बल परिभाषा | मात्रक | सूत्र Read More »

विद्युत ऊर्जा- शक्ति | परिभाषा | मात्रक | इकाई | सूत्र

विद्युत ऊर्जा क्या है –  vidyut urja kise kahate hain किसी चालक की विद्युत ऊर्जा वह ऊर्जा होती है जो किसी चालक मे विद्युत आवेश के प्रवाहित होने मे व्‍यय होती है ,विद्युत उर्जा कहलाती है। यदि किसी चालक के सिरों के बीच उत्‍पन्‍न विभवान्‍तर v है तब चालक के एक सिरे से दूसरे सिरे

विद्युत ऊर्जा- शक्ति | परिभाषा | मात्रक | इकाई | सूत्र Read More »

व्हीटस्टोन सेतु क्या है | सिद्धान्त | सूत्र | उपयोग

व्हीटस्टोन सेतु का सिद्धांत क्या है –  Wheatstone Bridge in Hindi चित्र में , इसमें चार प्रतिरोध होते है P , Q , R , S   यहाँ प्रतिरोध P तथा Q श्रेणीक्रम में है और इसी प्रकार R व S आपस में श्रेणी क्रम में है।  फिर दोनों श्रेणीक्रम संयोजनों को आपस में समान्तर

व्हीटस्टोन सेतु क्या है | सिद्धान्त | सूत्र | उपयोग Read More »

किरचॉफ के नियम | सत्यापन

किरचॉफ के नियम क्या है –  Kirchhoff Ka Niyam hindi: किरचॉफ ने परिपथ के जिन दो नियमों को बताया था, वे इस प्रकार हैं – प्रथम नियम – किरचॉफ का धारा(current) का नियम (Kirchhoff’s current law-KCL) द्वितीय नियम – किरचॉफ का विभवान्तर(voltage) का नियम (Kirchhoff’s voltage law-KVL) किरचॉफ का पहला नियम – Kirchhoff’s current law

किरचॉफ के नियम | सत्यापन Read More »

ओम का नियम ( Ohm Ka Niyam) | परिभाषा | सूत्र | सत्यापन | उपयोग

ओम का नियम क्या है – OHM Ka Niyam In Hindi: यदि भौतिक अवस्थायें जैसे की ताप, लंबाई इत्यादि स्थिर हो, तब किसी विधुत परिपथ में प्रतिरोध के सिरों पर उत्पन्न विभवान्तर(वोल्टेज) उस प्रतिरोध में प्रवाहित होने वाली धारा  के समानुपाती होता है। यदि लगाया गया विभवान्तर V मान लेते है और बहने वाली धारा

ओम का नियम ( Ohm Ka Niyam) | परिभाषा | सूत्र | सत्यापन | उपयोग Read More »

विद्युत धारा किसे कहते है | S.I मात्रक | सूत्र | विमा

विद्युत धारा किसे कहते है – Vidyut Dhara Kise Kahte Hai: किसी भी चालक या सर्किट में आवेश (Charge) के प्रवाह को विद्युत धारा कहते हैं।  विद्युत धारा को I से दर्शाते है | अधिकांश धातुओं के परमाणुओं की अन्तिम कक्षा में केवल एक-दो इलेक्ट्रॉन्स ही होते हैं और नाभिक से दूर होने के कारण इनमें नाभिक

विद्युत धारा किसे कहते है | S.I मात्रक | सूत्र | विमा Read More »

संधारित्रों का संयोजन | प्रकार

संधारित्रों का संयोजन  क्या है –  Sandharitra Ka Sanyojan kya Hota Hai: जिस प्रकार प्रतिरोधों और प्रेरकत्वों को आवश्यकतानुसार श्रेणीक्रम या समान्तर क्रम में जोड़कर उचित मान (वैल्यू) तथा उचित रेटिंग (वाटेज, वोल्टता, धारा की रेटिंग आदि) प्राप्त कर ली जाती है, उसी प्रकार दो या अधिक संधारित्रों को भी आवश्यकतानुसार संयोजित किया जाता है।

संधारित्रों का संयोजन | प्रकार Read More »

समांतर पट्टिका संधारित्र | परिभाषा | सूत्र

समांतर पट्टिका संधारित्र क्या है – Parallel Plate Capacitor in Hindi: समांतर प्लेट संधारित्र में दो प्लेट अल्प दूरी पर व्यवस्थित करते है इन दोनों प्लेटों का आकार समान होना चाहिए। ये दोनों प्लेट समान्तर व्यवस्थित होती है और एक संधारित्र की रचना करती है इसलिए इसे समान्तर प्लेट संधारित्र कहते है। प्लेटो को आवेशित

समांतर पट्टिका संधारित्र | परिभाषा | सूत्र Read More »

संधारित्र क्या है? संधारित्र के प्रकार | सिद्धांत और उपयोग

संधारित्र क्या है? “किसी आवेशित चालक के समीप पृथ्वी से संबंधित अन्य चालक को लाने पर आवेशित चालक की विद्युत धारिता बढ़ जाती है। दो चालकों के इस समायोजन को ही संधारित्र कहते हैं। ” यही संधारित्र का सिद्धांत है। संधारित्र में धातु की दो प्लेटें लगी होती है। जिसके बीच के स्थान में कोई कुचालक डाईइलेक्ट्रिक पदार्थ भरा

संधारित्र क्या है? संधारित्र के प्रकार | सिद्धांत और उपयोग Read More »

Scroll to Top