अनादर्श विलयन धनात्मक विचलन तथा ऋणात्मक विचलन में अंतर

इस पोस्ट में आप Class 12th Chemistry के अनादर्श विलयन धनात्मक विचलन तथा ऋणात्मक विचलन में अंतर अध्याय के सभी टॉपिक के बारे विस्तार से बताया गया है | आपको इन नोट्स से बहुत हेल्प मिलेगी |

अनादर्श विलयन दो प्रकार के होते है।

  1. धनात्मक विचलन (positive deviations )
  2. ऋणात्मक विचलन (negative deviations )
 धनात्मक विचलन ऋणात्मक विचलन 
 1. ये राउल्ट के नियम से धनात्मक विचलन दर्शाते है।   अर्थात P1 > P1X P2 > P2X P > P1X1  + P2X  ये राउल्ट नियम से ऋणात्मक विचलन दर्शाते है।   अर्थात P1 < P1X P2 < P2X P < P1X1  + P2X
 2. विलयन का आयतन विलेय तथा विलायक के कुल आयतन से अधिक होता है।   अर्थात ΔVमिश्रण = +ve विलयन का आयतन विलेय तथा विलायक के कुल आयतन से कम होता है।   अर्थात ΔVमिश्रण = -ve
 3. विलेय तथा विलायक को मिलाने पर ऊष्मा अवशोषित होती है।   अर्थात ΔHमिश्रण = +ve विलेय तथा विलायक को मिलाने पर ऊष्मा उत्सर्जित होती है।   अर्थात ΔHमिश्रण = -ve
 4. विलयन के घटको के मध्य आकर्षण शुद्ध घटको की तुलना में कम होता है।   उदाहरण – C2H5OH + H2O विलयन के घटको के मध्य आकर्षण शुद्ध घटको की तुलना में अधिक होता है।   उदाहरण -CHCl3

UP Board Class 12 Chemistry Notes in Hindi

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