Physics Class 12

स्थिर विद्युत विभव | सूत्र | विमा | मात्रक

स्थिर विद्युत विभव किसे कहते हैं – Sthir Vidyut Vibhav Kya Hai: विधुत क्षेत्र में किसी बिंदु पर वैधुत विभव किसी धन परिक्षण आवेश को आनंत से उस बिंदु तक लाने में किये गए कार्य तथा धन परिक्षण आवेश के  मान  की निष्पत्ति के बराबर होता है | अर्थात                                               V=w/q0    यह एक आदीश राशि है | इसका मात्रक जुल/कुलाम […]

स्थिर विद्युत विभव | सूत्र | विमा | मात्रक Read More »

गाउस नियम के अनुप्रयोग – Gauss Niyam Ke Anuprayog in Hindi

गाउस नियम के अनुप्रयोग क्या है: किसी व्यापक आवेश वितरण के कारण विद्युत क्षेत्र समीकरण द्वारा व्यक्त किया जाता है। कुछ विशिष्ट प्रकरणों को छोड़कर, व्यवहार में, इस समीकरण में सम्मिलित संकलन (अथवा समाकलन) की प्रक्रिया दिक्स्थान के सभी बिंदुओं पर विद्युत क्षेत्र प्राप्त करने के लिए कार्यान्वित नहीं की जा सकती। तथापि, कुछ सममित

गाउस नियम के अनुप्रयोग – Gauss Niyam Ke Anuprayog in Hindi Read More »

गाउस का नियम क्या है | Gauss Law in Hindi

गाउस का नियम – Gauss Ka Niyam: किसी विद्युत क्षेत्र में उपस्थित काल्पनिक या स्वेच्छा गृहीत बन्द पृष्ठ से अभिलंबवत बाहर निकलने वाला कुल विद्युत फ्लक्स उस बंद पृष्ठ द्वारा परिबद्ध कुल आवेश का 1/ε0K गुना होता है। गाउसीय नियम का गणितीय निरूपण : यहाँ ε0 = निर्वात (वायु) की विद्युत शीलता qin = पृष्ठ द्वारा

गाउस का नियम क्या है | Gauss Law in Hindi Read More »

संतत आवेश वितरण ( Continuous Charge Distribution )

आवेश वितरण क्या होता है –(Charge Distribution): यह दो प्रकार का होता है | 1. असतत आवेश वितरण (Discontinuous Charge Distribution) 2. सतत आवेश वितरण (Continuous Charge Distribution) संतत आवेश वितरण क्या होता है : इस प्रकार के वितरण में किसी वस्तु पर आवेश  एकसमान रूप से वितरित रहता है|   ” जब एक बहुत

संतत आवेश वितरण ( Continuous Charge Distribution ) Read More »

एकसमान बाह्य क्षेत्र में द्विध्रुव | Hindi Learning

एकसमान विद्युत क्षेत्र E में रखे द्विध्रुव आघूर्ण p के स्थायी द्विध्रुव (स्थायी द्विध्रुव से हमारा तात्पर्य यह है कि p का E से स्वतंत्र अस्तित्व है; यह E द्वारा प्रेरित नहीं हुआ है।) यहाँ आवेश q पर GE तथा -q पर -GE बल लग रहे हैं। चूँकि E एकसमान है अतः – द्विध्रुव पर

एकसमान बाह्य क्षेत्र में द्विध्रुव | Hindi Learning Read More »

विद्युत द्विध्रुव & विद्युत द्विध्रुव आघूर्ण | परिभाषा | मात्रक | विमीय सूत्र

विद्युत द्विध्रुव क्या है – Vaidyut Dwidhruv Kise Kehte Hain यदि दो आवेश जिनके बीच की दूरी बहुत कम है और दोनों पर विपरीत आवेश है और बराबर परिमाण है तो इस व्यवस्था या सिस्टम को विद्युत द्विध्रुव कहेंगे विद्युत द्विध्रुव में एक धन आवेश और एक ऋण आवेश कम दूरी पर रखे होते हैं

विद्युत द्विध्रुव & विद्युत द्विध्रुव आघूर्ण | परिभाषा | मात्रक | विमीय सूत्र Read More »

विद्युत फ्लक्स ( Vidyut Flux ) की परिभाषा, SI मात्रक, विमीय सूत्र

वैद्युत फ्लक्स किसे कहते हैं ? – vidyut flux kise kahte hai “विद्युत क्षेत्र में स्थित किसी क्षेत्रफल से लंबवत दिशा में गुजरने वाली बल रेखाओं की संख्या को उस क्षेत्र से  संबद्ध विद्युत फ्लक्स कहते  हैं। “ विद्युत फ्लक्स के प्रकार: विद्युत फ्लक्स दो प्रकार के होते है।(1) धनात्मक विद्युत फ्लक्स ।(2) ऋणात्मक विद्युत फ्लक्स।  धनात्मक विद्युत फ्लक्स

विद्युत फ्लक्स ( Vidyut Flux ) की परिभाषा, SI मात्रक, विमीय सूत्र Read More »

विद्युत क्षेत्र रेखाएँ क्या है | Vidyut Kshetra Rekhaye Kise Kehte Hain

Vidyut Kshetra Rekhaye Kya Hai – विद्युत क्षेत्र रेखाएं किसे कहते हैं? यदि विद्युत क्षेत्र को ग्राफीय रूप में निरूपित किया जावे तो यह कुछ रेखाओं (सतत) के रूप में प्राप्त होता है इस ग्राफीय निरूपण को ही विद्युत क्षेत्र रेखाएँ ( electric field lines in hindi) कहते है। विद्युत क्षेत्र रेखाओ से सम्बन्धित महत्वपूर्ण गुणधर्म

विद्युत क्षेत्र रेखाएँ क्या है | Vidyut Kshetra Rekhaye Kise Kehte Hain Read More »

अध्यारोपण का सिद्धांत | बहुल आवेशों के बीच बल

बहुल आवेशों के बीच बल: दो आवेशों के बीच पारस्परिक वैद्युत बल कूलॉम नियम द्वारा प्राप्त होता है। उस स्थिति में किसी आवेश पर आरोपित बल का परिकलन कैसे करें, जहाँ उसके निकट एक आवेश न होकर उसे बहुत से आवेश चारों ओर से घेरे हों? निर्वात में स्थित n स्थिर आवेशों q1,q2,q3, … qn,

अध्यारोपण का सिद्धांत | बहुल आवेशों के बीच बल Read More »

कूलॉम का नियम | परिभाषा | Derivation | सूत्र

कूलॉम का नियम – Coulomb Ka Niyam In Hindi: कूलॉम नियम अनुसार: “दो बिंदु आवेशों के बीच लगने वाला बल दोनों आवेशों के गुणन फल के समानुपाती होता है और उन दोनों आवेशों की बीच की दूरी के वर्ग के व्युत्क्रमानपाती होता है अब वह बल आकर्षी या प्रतिकर्षि हो सकता है|” कूलॉम का नियम

कूलॉम का नियम | परिभाषा | Derivation | सूत्र Read More »

Scroll to Top