Jeevan Parichay

श्यामसुन्दर दास का जीवन परिचय | Shyam Sundar Prasad Ka Jeevan Parichay

श्‍यामसुन्‍दरदास(सन् 1857-1945 ई.) जीवन परिचय: हिन्‍दी साहित्‍य के अनन्‍य सेवक बाबू श्‍यामसुन्‍दरदास का जन्‍म काशी के प्रसिद्ध खन्‍नी परिवार में 1857 में हुआ था। इनके पिता का नाम देवीदास खन्‍ना और माता का नाम देवकी देवी था। इनका बचपन बड़े सुख और आननद से व्‍यतीत हुआ। इन्‍हें सर्वप्रथम संस्‍कृत और व्‍याकरण की शिक्षा दी गयी। […]

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संत रैदास या रविदास भगत की जीवनी | Sant Ravidas Ki Jivani

संत रैदास (Raidas)अथवा संत रविदास (Ravidas) भारत के उन चुनिंदामहापुरुषों में से एक हैं जिन्होंने अपने रूहानी वचनों से सारे संसार को एकता औरभाईचारे का पथ पढ़ाया. संत रविदास कबीर के समसामयिक कहे जाते हैं. मध्ययुगीन संतोंमें रैदास का महत्त्वपूर्ण स्थान है. संत रविदास का जन्म समय सन 1398 से 1518 ई.के आस पास का

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कवि बिहारीलाल का जीवन परिचय | Kavi Bihari Lal Ka Jivan Parichay

बिहारीलाल (Bihari lal) का जन्म संवत् 1652 ई. ग्वालियर में हुआ था. वे जाति के माथुर चौबे (चतुर्वेदी) थे। उनके पिता का नाम केशवराय था। जब बिहारी 8 वर्ष के थे तब इनके पिता इन्हे ओरछा ले आये और उनका बचपन बुंदेलखंड में बीता। कवि बिहारीलाल के गुरु नरहरिदास थे. बिहारीलाल (Bihari lal) की युवावस्था

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सूरदास का जीवन परिचय | Surdas Ka Jeevan Parichay

जीवन परिचय :- सूरदास (Surdas) का जन्म 1540 (वि. स.) में रुनकता नामक गाँव में हुआ। यह गाँव मथुरा-आगरा मार्ग के किनारे स्थित है। कुछ विद्वानों का मत है कि सूर का जन्म सीही नामक ग्राम में एक निर्धन सारस्वत ब्राह्मण परिवार में हुआ था. वे बहुत विद्वान थे, उनकी लोग आज भी चर्चा करते

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सुमित्रानंदन पंत की जीवनी | Sumitranandan Pant Jivan Parichay

जीवन परिचय : सुमित्रानंदन पंत का जन्म अल्मोड़ा जिले (अब बागेश्वर) (तब उत्तर प्रदेश वर्तमान उत्तराखंड) के कौसानी में 20 मई 1900 को हुआ था। इनके जन्म के कुछ घंटों पश्चात ही इनकी माँ का देहांत हो गया. अतः इनका  पालन-पोषण इनकी दादी ने किया। सुमित्रानंदन पन्त के पिता का नाम गंगादत्त पंत था. ये

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तानाजी मालुसरे का जीवन परिचय | Tanaji Malusare Ka Jeevan Parichay

जीवन परिचय :- संक्षिप्त जीवनपरिचय – पुरा नाम – तानाजी मालुसरे जन्म – 1600  जन्म स्थान – गोदोली गांव – महाराष्ट्र पिता का नाम – सरदार कलोजी माता का नाम – पार्वती बाई प्रसिद्धि की मुख्य वजह – सिंहगढ़ (कोंढाणा किला)का युद्ध मृत्यु – 1670  महाराजा शिवाजी के बचपन के दोस्त व मराठा सम्राज्य के सबसे विश्वसनीय योद्धा तानाजी का जन्म 1600

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माखनलाल चतुर्वेदी का जीवन परिचय | Makhanlal Chaturvedi Ka Jivan Parichay

संक्षिप्त जीवन परिचय नाम – माखनलाल चतुर्वेदी कार्यक्षेत्र एवं पेशा – पत्रकारिता, लेखक, साहित्यकार, एवं कवि साहित्य का प्रकार – नव-छायाकार जन्मतिथि – 4 अप्रैल 1889 जन्म स्थान – बाबई (होशंगाबाद) मध्यप्रदेश माता – सुंदरीबाई पिता- नंदलाल चतुर्वेदी पत्नी – ग्यारसी बाई शिक्षा – जबलपुर से प्राईमरी टीचर्स ट्रेनिंग (1905) नार्मल परीक्षा ससम्मान उत्तीर्ण (1907)

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रामनरेश त्रिपाठी का जीवन परिचय | Ramnaresh Tripathi Jivan Parichay

जीवन परिचय: पंडित रामनरेश त्रिपाठी (Ramnaresh Tripathi) का जन्म ज़िला जौनपुर के कोइरीपुर नामक गाँव में 4 मार्च, सन् 1881 ई. को एक कृषक परिवार में हुआ था। इनके पिता ‘पंडित रामदत्त त्रिपाठी’ धर्म व सदाचार परायण ब्राह्मण थे। पंडित रामदत्त त्रिपाठी भारतीय सेना में सूबेदार के पद पर रह चुके थे, उनका रक्त पंडित

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सुभद्राकुमारी चौहान का जीवन परिचय | Subhdranand Chauhan Ka Jeevan Parichay

सुभद्रा कुमारी चौहान हिन्दी की सुप्रसिद्ध कवयित्री और लेखिका थीं। इनकी दो कविता संग्रह तथा तीन कथा संग्रह प्रकाशित हुए पर मुख्य रूप से इनकी प्रसिद्धि झाँसी की रानी कविता के कारण है। सुभद्रा कुमारी चौहान राष्ट्रीय चेतना की एक सजग कवयित्री रही हैं. इनकी रचनाएँ राष्ट्रीयता की भावना से परिपूर्ण हैं। इन्होंने स्वाधीनता संग्राम

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